वैश्विक गरमी प्रभाव। उसी का चले पेंच दॉंव।। वैश्विक गरमी प्रभाव। उसी का चले पेंच दॉंव।।
सूर्य की किरणें ऊष्मा देकर पर्यावरण को देती बल भी। सूर्य की किरणें ऊष्मा देकर पर्यावरण को देती बल भी।
शाखों की बाहों से झांके, दुल्हन बनी बदरिया रे शाखों की बाहों से झांके, दुल्हन बनी बदरिया रे
आ जाओ मेरे गिरधारी अब तो अखियां रो-रो हारी। आ जाओ मेरे गिरधारी अब तो अखियां रो-रो हारी।
शब्द न ओस बनते हैं न फूल। शब्द न ओस बनते हैं न फूल।
ओ 'परमब्रह्म' ! अब हो जाने दे तू मेरा अपना मंथन। ओ 'परमब्रह्म' ! अब हो जाने दे तू मेरा अपना मंथन।